केसर जितना महंगा होता है उतना ही गुणकारी भी होता है। दूध में केसर डालकर पीना काफी अच्छा होता है। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को दिया जाता है। अपने बच्चे के पालन पोषण को निखारने के लिए उन्हें आहार में केसर मिलाकर दिया जाता है। केसर का उपयोग केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में यूज करते है। कई बार तो आपके दिमाग में भी आता होगा होगा कि आखिर यह इतना महंगा क्यों होता है। खाद्य पदार्थ तो और भी बहुत सारे है लेकिन केसर उनके मुकाबले इतना महंगा क्यों होता है तो चलिए आज हम इस पोस्ट में केसर के महंगा होने के बारे में जानेंगे।
केसर महंगा होने के मुख्य कारण -
1. केसर की कटाई -
केसर की कटाई बहुत मुश्किल से होती है। इसके लिए कोई मशीन नहीं होती है बल्कि इन्हे हाथो से निकला जाता है। इनको सबसे पहले फूल में से बहुत संभाल कर निकालना पड़ता है और फिर इनको सुखाया जाता है। इसको किसी छायादार जगह पर 4-5 घंटो तक सुखाया जाता है। उसके बाद फूल मे लाल रंग के 3 केसर को अलग किया जाता है इस प्रकार 1.5 लाख फूलो में से 1 किलो केसर निकलता है।
2. केसर की खेती -
केसर विश्व में सबसे कीमती पोधा माना जाता है इसको खेती भारत में जम्मू कश्मीर में होती है। केसर को लाल सोना के नाम से भी जाना जाता है। केसर की फसल अवधि 3-4 महीने की होती है। केसर की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु का होना बहुत जरूरी होता है। केसर की खेती मुख्यत रूप से 1500 से 2500 मीटर की ऊंचाई के साथ धूप व सूखे क्षेत्रों में ज्यादा होती है। केसर की खेती करने के लिए 15 दिन के अंदर 2-3 से तीन बार सिंचाई की आवश्यकता होती है।
3. केसर के फायदे -
केसर को दुनिया के सबसे महंगे मसालों में जाना जाता है । केसर मे बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते है जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते है। पानी, कैलोर, प्रोटीन, फैट, कैल्शियम, विटामिन आदि बहुत से पौष्टिक तत्व होते है। इसका खुशबू और इसका आकर्षक रंग इससे सबसे अलग बनाने में काम करता है। इसका प्रयोग दूध, दही, खीर आदि बनाने में किया जाता है। केसर का उपयोग किसी समस्या का उपाय व उस बीमारी के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।
गर्भवती महिलाओ को केसर खाने के फायदे
गर्भवती महलाओं को केसर का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। गर्भवती महलाओं को केसर खाने से इससे इनके बच्चे का रंग भी साफ हो जाता है। यह बल्ड प्रेशर को कम रखने में काफी अच्छा होता है और इसके अलावा प्रेगनेंसी मे होने वाले मूड खराब होने से केसर का सेवन करने से राहत मिलती है।
नींद की समस्या में केसर खाने के फायदे
केसर का सेवन करने के नींद की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। किसी भी कारण के डिप्रेशन को बात आने पर केसर का उपयोग करने से अच्छी नींद आती है। केसर मे ऐसे बहुत सारे गुण छिपे होते है जो हमारे शरीर की इन्द्रियों और तंत्रिकाओं को शांत करने में of मदद करता है। केसर का उपयोग रात को सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध में मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए।
आंखो की समस्या में केसर खाने के फायदे
आंखो की समस्या के लिए केसर बहुत ही फायदेमंद होता है। केसर के अन्दर एंटी आक्सिडेंट गुण होते है जो आंखो की रोशनी बढ़ाने मे काफी मददगार होता है। केसर का सेवन करने से बढ़ती उम्र में जुड़ता नेत्र रोग आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
बालों की समस्या मे केसर खाने के फायदे
केसर का उपयोग बालो के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह न केवल बालों को खुबसूरत बनाता है बल्कि उसकी ग्रोथ को भी बढ़ाता है। केसर का उपयोग बालों को बढ़ाने में भी किया जाता है। यह बालों की झड़ने से रोकने में मदद कर एलोपिसिया जैसी समस्या में काफी मददगार साबित होता है।
हृदय स्वास्थ्य में केसर खाने के फायदे
केसर का उपयोग हृदय को स्वस्थ बनाने में काफी मददगार साबित होता है। केसर में एंटी ऑक्सिडेंट गुण होते है जो धमनियों और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाने में काफी मददगार साबित होता है। केसर खाने से दिल के दौरे जैसी होने वाली बीमारियों से बचा जाता है। केसर रक्त में मोजूद केल्स्ट्रोल के स्तर को कम करने में काफी अच्छा होता है। इसके अलावा केसर खाने से बहुत सारे फायदे होते है। केसर हर तरह की बीमारी मे फायदेमंद रहता है।
केसर की पहचान कैसे करे-
केसर का भाव 1 लाख 60 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए प्रति किलोग्राम के बीच रहता है। केसर इतना महंगा होने के कारण इसमें मिलावट होना आम बात है। केसर खरीदते समय हम इसकी पहचान कैसे करे की यह नकली है या फिर असली। शुद्ध केसर का रंग हमेशा लाल होता है। केसर में मिलावट करने का सबसे आसान तरीका यह है कि इसमें केसर की कुछ किस्मों को मिला दिया जाता है। यह किस्में पीले रंग की होती है। अगर एक ढिबी के अन्दर 2-3 से ज्यादा किस्में हो तो यह नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि पीले रंग की किस्में कोई मायने नहीं रखती और न ही उनका कोई औषधीय गुण होता है। केसर की किस्मों का रंग जितना गाढ़ा होता है उतना ही अच्छा होता है।
दुनिया भर में केसर की खेती
दुनिया में सबसे ज्यादा केसर की खेती ईरान में होती है। ईरान में 30000 हेक्टेयर जमीन पर 300 टन से ज्यादा केसर हर साल पैदा होता है। केसर को कुकुम, जाफरन और सैफ्रान के नाम से भी जाना जाता है। केसर को लाल सोना के नाम से भी जाना जाता है। केसर की कीमत इसकी क्वालिटी पर निर्भर करती है। भारत के अंदर केसर का मूल्य 1.5 लाख से शुरू होकर 3 लाख तक होता है।
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